कब तक ढोते रहोगे तुम
मेरी यादों को ?
कितने क्षण ?
- लाखों - करोडों क्षण ?
ठीक है, याद ढोना नहीं,
- याद करना नहीं।
परंतु
इतना जरूर करना
भूल मत जाना.
Friday, June 22, 2007
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मैं हिन्दी, कम्प्यूटर, प्रोग्रामिंग, आध्यात्मिकता, स्नेह और संबंध में रूचि रखता हूं. बीत गई सो बात गई ................. Interested in Hindi, Computer programming, Spirituality, Love and Relationship............................. "Damage done can not be undone. Remedy lies in 'How to recover it?' "
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