सभी पाठकगण की जानकारी के लिये कि यह कविता श्री विजय अनन्त जी ने मुझे उपलब्ध करवाई है और उसके लिये मैं उसका अत्यंत आभारी हूं.
विजय अनन्त जी से पुन: क्षमाप्रार्थना ....
उनका संपर्क सूत्र ...
विजय अनन्त, 788, सेक्टर 16, पंचकूला, चंडीगढ़,
+919815900159, http://vijayanant.blogspot.com
यदि आप सभी संदेश पढ़ना चाहते हैं, यहां देखें-
http://groups.google.com/group/anant-sevashram
2 comments:
चलिए, यह बढ़िया किया...हो जाता है.
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